वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२८ अगस्त, २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
जीत और हार कितनी महत्वपूर्ण है?
जीत और हार दोनों से मुक्ति का क्या अर्थ है?
असली सफलता में जीत और हार का क्या स्थान है?
हार-जीत कैसे खत्म करें?
क्या हार-जीत होने के कारण जीवन में दुःख है?
हार-जीत के पार कैसे जाएँ?
क्या कभी-कभी हार-जीत स्वीकार कर लेनी चाहिए?
क्या हार-जीत के पार भी कुछ है?
संगीत: मिलिंद दाते